कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस से अमित शाह के दस सवाल, राहुल गांधी के प्रयागराज दौरे और असम, महाराष्ट्र में हो रही आपराधिक घटनाओं पर प्रतिक्रिया जाहिर की। कांग्रेस से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दस सवालों पर पवन खेड़ा ने कहा, सवाल पूछने से पहले अमित शाह को बादाम खाना चाहिए था। वह अगर बादाम खा लेते तो उन्हें याद आ जाता कि जिस पीडीपी के साथ उन्होंने हाथ मिलाए थे, उस पीडीपी के मेनिफेस्टो में यह लिखा था कि पाकिस्तान की करेंसी को हिंदुस्तान में कश्मीर में चलने देना चाहिए।
उनके मेनिफेस्टो में लिखा था कि सेल्फ रूल होना चाहिए, ट्रांस बॉर्डर सेल्फ रूल होना चाहिए। इसके अलावा भाजपा और पीडीपी के कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में लिखा था कि हुर्रियत से भी बात करनी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि क्या वह भूल गए? बोलने से पहले अमित शाह को याद करना चाहिए इनका गठबंधन तो नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी के साथ भी रहा है। खेड़ा ने आगे कहा कि अब आप (अमित शाह) इन पार्टियों को अछूत बनाने पर क्यों तुले हैं? उन्होंने आगे कहा, “अमित शाह आरोप लगाने वाले कौन हैं, 10 साल में सत्ता में आप हैं, जम्मू कश्मीर में पीडीपी के साथ मिलकर सरकार आपने चलाई।
आपने तो जम्मू कश्मीर से राज्य का दर्जा छीन लिया। आरोप तो आप पर लग रहे हैं, पिछले 3 सालों में आतंकवादियों ने 50 सैन्य बलों की हत्या की। पठानकोट, उरी, पुलवामा में बड़े-बड़े हमले हुए, पठानकोट में आपने आईएसआई को ही इंस्पेक्शन के लिए बुलाया और उसे क्लीन चिट दे दिया, आरोप तो आप पर लग रहे हैं कि आप बिना बुलाए केक काटने पाकिस्तान चले गए?” पाकिस्तान के साथ मिलकर कांग्रेस फिर से कश्मीर में अलगाववाद बढ़ाने की कोशिश कर रही है। भाजपा के इस आरोप पर पवन खेड़ा ने कहा, “यह हल्की बातें गृहमंत्री को शोभा नहीं देती। भाजपा को छोड़कर राष्ट्रीय स्तर की कोई पार्टी इस तरह की बात नहीं कर सकती है। सवाल अभी भी बहुत हैं, कश्मीर में भाजपा की भूमिका पर सवाल है।
डीएसपी देवेंद्र सिंह पर भी सवाल है, देश जानना चाहता है कि डीएसपी देवेंद्र सिंह कहां गए?” कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर की रेप और हत्या के बाद से भाजपा बंगाल सरकार पर हमलावर है। इस पर उन्होंने कहा कि पूरे देश से अपराधिक घटनाओं की रिपोर्ट आ रही है। असम से भी ऐसी रिपोर्ट आई है, तो क्या आप कहेंगे कि असम सरकार फेल हो गई। सिर्फ एक राज्य को टारगेट नहीं करना चाहिए, भाजपा को यह शोभा नहीं देता। असम में जो विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, क्या जवाब है? महाराष्ट्र में लगातार 6-6 हादसे हुए, क्या जवाब है? आप जब एक उंगली किसी की तरफ उठाते हैं तो चार उंगली आपकी तरफ इशारा कर रही हैं। इसलिए सोच समझकर आरोप लगाना चाहिए।
असम में रेप के आरोपी की मौत होने पर उन्होंने कहा कि इसके बारे में मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है। बिना जानकारी के मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के प्रयागराज दौरे को लेकर उन्होंने कहा कि संविधान का जो सम्मेलन है वह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दौर में संविधान पर सबसे ज्यादा खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। पिछले 10 सालों में संविधान पर सबसे ज्यादा खतरा बढ़ा है और जब तक पीएम मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, संविधान पर खतरा बना रहेगा।
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