बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को कहा कि आरक्षण के वर्गीकरण के मुद्दे को लेकर बुधवार को संपन्न ‘भारत बंद’ में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) की निष्क्रियता दलित और पिछड़े वर्ग के प्रति उनके उदासीन रवैये काे दर्शाती है।
सुश्री मायावती ने दावा किया कि एससी एसटी आरक्षण के वर्गीकरण और क्रीमीलेयर को लेकर बुधवार को आयोजित भारत बंद पूरी तरह सफल रहा हालांकि कांग्रेस और सपा आदि के इसके प्रति उदासीन रवैये ने इन दलों की जातिवादी सोच को उजागर कर दिया है। अब दलित और पिछड़ों को पता चल चुका है कि उन्हे यह लड़ाई अपने दम पर लड़नी होगी।
उन्होने एक्स पर पोस्ट किया “सुप्रीम कोर्ट के एससी/एसटी आरक्षण के वर्गीकरण व क्रीमीलेयर के निर्णय से उत्पन्न रोष को लेकर कल हुए भारत बंद में बीएसपी की प्रभावी भागीदारी एवं एकजुटता की अपील से इसके सफल होने की सभी को बधाई, किन्तु कांग्रेस-सपा आदि के इसके प्रति उदासीन रवैये से इनकी जातिवादी सोच प्रमाणित।”
बसपा अध्यक्ष ने कहा “कल बंद के दौरान पटना/बिहार में निर्दोष लोगों पर पुलिस की हुई लाठीचार्ज/बर्बरता अति-दुखद व निन्दनीय। सरकार दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करे। साथ ही, केन्द्र सरकार ’भारत बंद’ के आयोजन के मद्देनजर आरक्षण के मुद्दे की संवेदनशीलता को गंभीरता से लेकर इसका शीघ्र उचित समाधान भी करे।”
सुश्री मायावती ने कहा “देश में करोड़ों एससी/एसटी वर्गों को आरक्षण के उनके हक को निष्क्रिय/निष्प्रभावी बनाकर अन्ततः उसे खत्म करने की सपा, कांग्रेस व भाजपा आदि के षडयंत्रों से ये लोग कितने अधिक आक्रोशित हैं यह कल के भारत बंद से साबित है। आगे भी उन्हें यह लड़ाई खुद ही अपने बल पर लड़नी होगी तभी सही सफलता।”
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