बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर दर्ज हुआ अपहरण का मामला

बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बुधवार को कहा कि वह शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ छात्र आंदोलन के दौरान हुई हत्याओं में शामिल लोगों की जांच अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में शुरू करेगी। अंतरिम सरकार में कानूनी सलाहकार आसिफ नजरुल ने यह जानकारी दी।

हसीना ने की देश में हत्याओं और बर्बरता की जांच का आग्रह
इस बीच अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश में ‘हत्याओं और बर्बरता’ की जांच का आग्रह किया। अपने बेटे के माध्यम से एक्स पर जारी उनके बयान में कहा गया, ‘मैं मांग करती हूं कि इन हत्याओं और बर्बरता में शामिल लोगों की उचित जांच की जाए और दोषियों की पहचान हो और उन्हें दंडित किया जाए।’ यह बयान एक अदालत द्वारा आंदोलन के दौरान एक किराना दुकान के मालिक की मौत में उनकी भूमिका की जांच के निर्देश देने के कुछ घंटों बाद आया। इसके अलावा, हसीना और उनके मंत्रिमंडल के पूर्व मंत्रियों समेत कई लोगों के खिलाफ एक वकील के अपहरण के आरोप में केस दर्ज किया गया है।

हसीना के आरोप हास्यास्पद: अमेरिका
अमेरिका ने दोहराया है कि बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार हटाने के पीछे उसका कोई हाथ नहीं है। साथ ही अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने उन आरोपों को ‘हास्यास्पद’ और ‘झूठा’ करार दिया है जिसमें कहा गया है कि उसने ही बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से हटाने की साजिश रची थी। अमरीकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने बांग्लादेश में अमरीका की ऐसी किसी भी संलिप्तता से इनकार किया।