गत चैम्पियन नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक की भालाफेंक स्पर्धा में रजत पदक जीतकर लगातार दो ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड खिलाड़ी बन गए लेकिन पाकिस्तान के अरशद नदीम ने ओलंपिक में नये रिकॉर्ड के साथ बाजी मार ली।
26 वर्ष के नीरज का दूसरा थ्रो ही उनका एकमात्र वैध थ्रो रहा जिसमें उन्होंने 89.45 मीटर फेंका जो इस सत्र का उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो था। इसके अलावा उनके पांचों प्रयास फाउल रहे। उन्होंने तोक्यो में 87.58 मीटर के थ्रो के साथ पीला तमगा जीता था।
वहीं नदीम ने नया ओलंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए दूसरा थ्रो ही 92.97 मीटर का लगाया। उन्होंने छठा और आखिरी थ्रो 91.79 मीटर का लगाया।पाकिस्तान का 1992 बार्सीलोना ओलंपिक के बाद यह पहला ओलंपिक पदक है। इससे पहले दस मुकाबलों में नीरज ने हमेशा नदीम को हराया था।
पिछला ओलंपिक रिकॉर्ड नॉर्वे के आंद्रियास टी के नाम था जिन्होंने 2008 में बीजिंग खेलों में 90.57 मीटर का थ्रो फेंका था। ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स 88.54 मीटर के थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
नीरज लगातार दो ओलंपिक व्यक्तिगत स्पर्धा का पदक जीतने वाले तीसरे और ट्रैक और फील्ड के पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए। उनसे पहले पहलवान सुशील कुमार (2008 और 2012) और बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू ( 2016 और 2021 ) यह कारनामा कर चुके हैं।
नदीम को हांगझोउ एशियाई खेलों में नीरज से प्रतिस्पर्धा करनी थी लेकिन आखिरी मौके पर चोट के कारण उन्होंने नाम वापिस ले लिया। नीरज ने उन्हें 2018 एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में हराया था।
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