भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सांसद अपराजिता सारंगी ने शुक्रवार को लोकसभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का सपना स्वस्थ एवं विकसित भारत बनाना है और इस दिशा में बहुत कुछ किया जा चुका है और बहुत कुछ किया जाना शेष है।
सारंगी ने केंद्रीय बजट में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदान की मांगों पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया है और इसके परिणाम स्वरूप इसके शासनकाल में एमबीबीएस सीट की कुल संख्या में 118 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है।
सारंगी ने बताया कि 2014 से पहले देश में एमबीबीएस की सीट 51,358 थीं, लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल में अब ये बढ़कर 1,12,112 सीट हो गयी हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह देश में 2014 तक सात अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान थे, जो फिलहाल बढ़कर 23 हो गये हैं।
सारंगी ने कहा कि मोदी सरकार अंत्योदय की बात करती है और इसका लक्ष्य अंतिम छोर पर बैठे प्रत्येक व्यक्ति को अपनी योजनाओं से लाभान्वित करना है। उन्होंने कहा कि मोदी का सपना स्वस्थ और विकसित भारत बनाने का है और इस दिशा में बहुत कुछ हुआ है और बहुत कुछ होना अभी शेष है।
भाजपा के डॉ. सी. एन. मंजूनाथ ने हाल के वर्षों में नौजवानों में दिल के दौरों और मस्तिष्काघात की घटनाओं की वृद्धि पर सरकार को सचेत किया और ग्रामीण इलाकों में इसके शिकार मरीजों को ‘गोल्डन टाइम’ में बचाने के लिए तालुका स्तर पर शुरुआती इलाज की व्यवस्था करने की अपील की।
‘गोल्डन टाइम’ दिल का दौरा पड़ने के उस शुरुआती वक्त को कहा जाता है, जब मरीज की जान शुरुआती चिकित्सकीय उपाय से बचाई जा सकती है।
मंजूनाथ ने कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने से पहले हृदय रोगियों को लगने वाले स्टेंट की कीमत 70 से 75 हजार रुपये हुआ करती थी, लेकिन प्रधानमंत्री ने इसकी कीमत घटाकर 18 से 25 हजार रुपये के बीच निर्धारित कर दी है, जो बहुत ही निर्णायक कदम है।
उन्होंने कोविड महामारी के दौरान देश की चिकित्सकीय स्थिति को बखूबी संभालने के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी की सराहना की। उन्होंने तालुका स्तर पर पॉली ट्रोमा सेंटर बनाने की आवश्यकता जताई।
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