चिरौंजी: पेट की समस्याओं का रामबाण इलाज, जाने अन्य फायदे

चिरौंजी, जिसे चरोली भी कहा जाता है, एक ऐसा सुपरफूड है जो न सिर्फ स्वादिष्ट होता है, बल्कि कई स्वास्थ्य लाभों से भी भरपूर है। आयुर्वेद में चिरौंजी को पेट की समस्याओं के लिए एक अचूक उपाय माना जाता है। आइए जानते हैं कि चिरौंजी कैसे पेट की समस्याओं से राहत दिला सकती है और इसका सेवन कैसे किया जा सकता है।

चिरौंजी के सेवन से दूर हो सकती हैं ये 4 पेट की समस्याएं:

  1. कब्ज: चिरौंजी में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है।
  2. दस्त: चिरौंजी में मौजूद गुण पेट में जलन और सूजन को कम करते हैं, जिससे दस्त की समस्या में आराम मिलता है।
  3. अपाचन: चिरौंजी पाचन एंजाइमों को सक्रिय करने में मदद करती है, जिससे भोजन का पाचन आसानी से होता है और अपचन की समस्या दूर होती है।
  4. इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS): चिरौंजी IBS के लक्षणों जैसे पेट दर्द, गैस और सूजन को कम करने में मदद करती है।

चिरौंजी का सेवन कैसे करें?

चिरौंजी को आप कई तरीकों से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं:

  • दूध में उबालकर: रात को चिरौंजी को दूध में उबालकर पीने से नींद अच्छी आती है और कब्ज की समस्या दूर होती है।
  • दही में मिलाकर: दही में चिरौंजी मिलाकर खाने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और पेट ठंडा रहता है।
  • मिश्री के साथ: चिरौंजी को मिश्री के साथ चबाकर खाने से मुंह का स्वाद अच्छा लगता है और पेट की समस्याएं दूर होती हैं।
  • शरबत में मिलाकर: चिरौंजी को शरबत में मिलाकर पीने से गर्मी में शरीर को ठंडक मिलती है।

ध्यान दें:

  • चिरौंजी का सेवन मध्यम मात्रा में ही करना चाहिए।
  • यदि आपको कोई एलर्जी है तो चिरौंजी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
  • गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को चिरौंजी का सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए।

निष्कर्ष:

चिरौंजी एक प्राकृतिक उपचार है जो पेट की कई समस्याओं से राहत दिला सकता है। अपने आहार में चिरौंजी को शामिल करके आप एक स्वस्थ पाचन तंत्र बनाए रख सकते हैं।

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