राज्यसभा में सोमवार को शून्यकाल के दौरान अनेक सदस्यों ने देश में निरंतर बढ़ती महंगाई, शिक्षा पद्धति में बदलाव और बिजली गिरने से मौत होने जैसे कई मुद्दे उठाये।
समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य मुख्य रूप से व्यक्ति के व्यक्तित्व के विकास से जुड़ा होता है। देश में शिक्षा का जो पैटर्न चल रहा था, उसने देश को बड़े बड़े महान लोग दिये हैं लेकिन नई शिक्षा पद्धति में पुरानी व्यवस्था और छात्रों की अभिव्यक्ति की क्षमता को खत्म कर दिया है। प्रतियोगी परीक्षाओं में वस्तुनिष्ठ सवाल पूछे जाते हैं, जिससे नकल को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा कि यदि सवाल का जवाब लिखित में दिया जाता है तो वह छात्र अपनी बात को अभिव्यक्त करता है। उन्होंने इस पद्धति को बदलने की मांग की और कहा कि पुरानी पद्धति लागू की जाये जिसने देश को बड़े-बड़े विद्धान दिये।
भाजपा के सुमेर सिंह सोलंकी ने मानसून के समय में बिजली गिरने से मौतों का मामला उठाते हुए कहा कि हर वर्ष इस मौसम में दस से 15 हजार लोगों की मौत हो जाती हैं। गांवों और खुले स्थानों पर इनकी रोक के लिए तड़ीचालक लगाये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करते हुए इसके लिए समान मुआवजा राशि दी जानी चाहिए।
के सी (एम) पार्टी के जोश के. मणि ने प्लास्टिक कचरे से होने वाली हानि का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सरकार ने दस वर्ष पहले जो स्वच्छता अभियान शुरू किया था, वह इससे निपटने में विफल रहा है। भारत दुनिया में सबसे अधिक प्लास्टिक कचरा पैदा करने वाले देशों में शामिल है।
कांग्रेस के शक्तिसिंह गोहिल ने गुजरात में भीषण बाढ़ से लोगों के प्रभावित होने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि गुजरात के शहर और गांव बाढ़ से बदहाल हैं। उन्होंने कहा कि बारिश के पानी की निकासी का समुचित कार्य नहीं होने से यह हालत बनी है। अवैध अतिक्रमण और निर्माण से भी पानी की निकासी नहीं हो पा रही है।
बीजद के डा. सस्मित पात्रा ने ओडिशा के लिए पिछले 12 वर्षों से लंबित काेयला रॉयल्टी की दरों को बढ़ाने का मुद्दा उठाया।
तृणमूल कांग्रेस के प्रकाश चिक बारईक ने खाद्य वस्तुओं की बढ़ती कीमतों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि देश में महंगाई की दर 9.36 प्रतिशत पहुंच गयी है। इसने देश के हर नागरिक को प्रभावित किया है। उन्होंने अनेक खाद्य वस्तुओं की कीमतों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह चिंता का विषय है क्योंकि इससे गरीब व्यक्ति सबसे अधिक प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाया जाना जरूरी है।
शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी ने पांच वर्ष तक की उम्र के बच्चों में एनीमिया के बढ़ते मामलों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए ठोस कदम उठाये जाने चाहिए।
आम आदमी पार्टी के संजीव अरोड़ा ने किशोरों द्वारा शराब के सेवन का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह चिंता का विषय है और युवाओं को इस नशे से बचाने के लिए सरकार को चौतरफा कदम उठाने चाहिए।
कांग्रेस के रंजीत रंजन ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम सिखाें के नौवें गुरू गुरूतेग बहादुर के नाम पर ‘हिन्द की चादर’ रखने की मांग की।
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