ओलंप‍िक में पीवी सिंधु के पास इतिहास रचने का बड़ा मौका

भारत की दिग्गज शटलर पीवी सिंधु पिछले कुछ समय से अच्छे फॉर्म में नहीं हैं। लेकिन बावजूद इसके वे पेरिस ओलंपिक में पदक की मुख्य उम्मीदवार मानी जा रही हैं। सिंधु ने पिछले दो ओलंपिक गेम्स में पदक जीते हैं। ऐसे में अगर वे पेरिस ओलंपिक में भी ऐसा कर देती हैं तो इतिहास रच देंगी।

दरअसल भारत के लिए अबतक किसी भी खिलाड़ी ने लगातार तीन ओलंपिक पदक नहीं जीते हैं। सिंधु ने रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल और टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। अगर वह पेरिस ओलंपिक में पोडियम पर पहुंचने में सफल रहती हैं तो फिर वह पदकों की हैट्रिक पूरी करने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बन जाएंगी।
पेरिस ओलंपिक में बैडमिंटन के मुकाबले 27 जुलाई से शुरू हो जाएंगे। सिंधु को पहली बड़ी चुनौती राउंड ऑफ 16 में मिलेगी। जहां वह टोक्यो ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले की उनकी प्रतिद्वंद्वी चीन की हे बिंगजियाओ से भिड़ेंगी। बिंगजियाओ को सिंधु ने उस मैच में 21-13, 21-15 से आसानी से हराया था। हालांकि बिंगजियाओ ने 2022 एशियाई खेलों में सिंधु से अपना पिछला मुकाबला जीता था। हेड टू हेड की बात करें, तो सिंधु के खिलाफ बिंगजियाओ का रिकॉर्ड 11-9 है।
यदि बिंगजियाओ को हराकर सिंधु क्वार्टर फाइनल में पहुंचती हैं और दूसरी तरफ कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो उनका मुक़ाबला चीनी खिलाड़ी चेन यूफेई से होगा। सिंधु पर चेन यूफेई हमेशा भारी पड़ती है। ओलंपिक हो या वर्ल्ड चैंपियनशिप सिंधु कभी चीनी शटलर को नहीं हरा पाई हैं।
यूफेई मे इस महीने की शुरुआत में इंडोनेशिया ओपन जीता था, जिसमें उन्होंने फाइनल में दुनिया की नंबर-1 एन सेयंग को हराया था। सेमीफाइनल में सिंधु का सामना स्पेनिश दिग्गज कैरोलिना मारिन से हो सकता है, जो हमेशा से उनकी तगड़ी प्रतिद्वंद्वी रही हैं। मारिन के खिलाफ सिंधु का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है, जिसमें वह 5-12 से पीछे हैं। इसी मारिन ने 2016 ओलंपिक के फाइनल में सिंधु को मात दी थी।