घरेलू स्तर पर प्राकृतिक गैस की खपत में सालाना आधार पर 7.1 प्रतिशत की बढ़त जून में देखने को मिली है। इस कारण प्राकृतिक गैस आयात में भी 11.3 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय की ओर से जारी किए गए ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।
जून में प्राकृतिक गैस की खपत 5,594 मिलियन मैट्रिक स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (एमएमएससीएम) थी, जिसमें से 2,648 एमएमएससीएम का आयात किया गया और 2,993 एमएमएससीएम का घरेलू स्तर पर उत्पादन किया गया।
अप्रैल से जून तिमाही में प्राकृतिक गैस की खपत में सालाना आधार पर 3.8 प्रतिशत की बढ़त हुई है। वहीं, घरेलू स्तर पर उत्पादन में 5.7 प्रतिशत और आयात में 0.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। एलएनजी की कीमत बीते चार महीने में 50 प्रतिशत तक बढ़ गई है।
जापान कोरिया मार्कर (जेकेएम) जो कि एशिया में एलएनजी का बेंचमार्क है, वहां जून में औसत प्राकृतिक गैस की कीमत 12.6 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू रही है।
रिफाइंड प्रोडक्ट्स की खपत 2.6 प्रतिशत बढ़कर 20 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) हो गई है। एविएशन टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) की मांग में 11.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। पेट्रोल की मांग 7 प्रतिशत, डीजल की मांग 1.6 प्रतिशत और लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) की मांग में 5 प्रतिशत की बढ़त हुई है।
कच्चे तेल के आयात में सालाना आधार पर 5.6 प्रतिशत की कमी आई है और जून में यह 18.5 एमएमटी रहा है। हालांकि, कीमत अधिक होने के कारण आयात बिल 11 प्रतिशत बढ़कर 11.11 बिलियन अरब डॉलर हो गया है। कच्चे तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड की औसत कीमत जून में 82.61 डॉलर प्रति बैरल रही है, जो कि पिछले साल समान अवधि में 74.70 डॉलर प्रति बैरल थी।
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