सिंगापुर में कोविड की नई लहर के बाद इसके कुछ मामले भारत में भी देखने को मिले है।सिंगापुर में पिछले हफ्ते 25,900 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। इंडियन सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम द्वारा मिली जानकारियों के मुताबिक नए वैरिएंट FLiRT के अब तक 325 से अधिक मामले देखने को मिले हैं। सिंगापुर के बाद इस कोरोना वेरिएंट के जोखिमों को बढ़ाने वाले फिलर्ट वैरिएंट KP.2 के मामले भारत में भी देखने को मिल रहे हैं,इसको लेकर अब सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
नए वेरिएंट के लिए सीडीसी द्वारा जानकारी को साझा किया गया है इसमें प्रारंभिक जानकारियों के मुताबिक फिलर्ट, ओमिक्रॉन वैरिएंट का ही रूप है। l फिलर्ट में नए म्यूटेशन देखने को मिल रहे है, जो इसकी आपके शरीर में प्रवेश करने और संक्रमण फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना से बचाव को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। इंसाकॉग द्वारा साझा की गई जानकारियों में कोरोना के नए वैरिएंट के मामले अभी तक महाराष्ट में report किए गए हैं। महाराष्ट्र में इस नए वैरिएंट के 148 मामलों की पुष्टि की गई है। पश्चिम बंगाल में 36, गुजरात में 23, राजस्थान में 21, ओडिशा में 17, उत्तराखंड में 16, गोवा में 12, उत्तर प्रदेश में 8, कर्नाटक में 4, हरियाणा में 3, मध्य प्रदेश और दिल्ली में c एक लोगों में नए वैरिएंट से संक्रमितों की पुष्टि की गई है।
सीडीसी ने अपनी जानकारी में साझा किया है की यह बार अपशिष्ट जल की जांच के दौरान कोरोना के इस नए वैरिएंट की पहचान की गई थी। इस नए वेरिएंट के मामले अभी तक सिंगापुर, कनाडा, यूनाइटेड किंगडम और भारत सहित कई देशों में इसके मामले देखे जा चुके हैं।
सिंगापुर में भी ओमिक्रोन के नए वैरिएंट ने covid के मामलों में बढ़ोतरी की थी। सिंगापुर में अगर अभी के आंकड़ों की बात करें तो दो-तिहाई से अधिक मामले वैरिएंट के हैं।
कोरोना के जोखिमों से बचे रहने के लिए जरूरी है की कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर को अपनाए जैसे की मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथों को साफ रखें जैसे इन सभी उपाय का पालन करना आवश्यक है। इससे बचने के लिए टीकाकरण ही अभी तक का बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।
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