बीबोनिक प्लेग से होने वाले नुकसान के बारे में नहीं जानते होंगे आप

अमेरिका में अलास्कापॉक्स के बाद एक बीमारी गंभीर रूप से पैर पसार रही है. यह बीमारी जितनी तेजी से बढ़ रही है यह एक चिंता का विषय का बना हुआ है. अमेरिका में बुबोनिक प्लेग का पहला मामला दर्द किया गया है. बुबोनिक प्लेग से पीड़ित मरीज मिलने के बाद अमेरिकी के अधिकारियों का कहना है कि वह इस बीमारी से निपटने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. फिलहाल मरीज को हॉस्पिटल में एडिमट करवाया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक यह बीमारी इस मरीज में उसकी पालतू बिल्ली की वजह से फैली है.

14 वीं शताब्दी में इस बीमारी ने यूरोप में तबाही मचा दी थी. इसे महामारी को ब्लैक डेथ का नाम दिया गया. हालांकि इसका इलाज संभव है लेकिन यह बीमारी बेहद खतरनाक भी है.

क्या है ब्यूबोनिक प्लेग

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक ब्यूबोनिक प्लेग को ब्लैक डेथ के नाम से भी जाना जाता है. मानव इतिहास में इस एक खतरनाक महामारियों में से एक माना जाता है. इस बीमारी में एक तरह का बैक्टीरियल इंफेक्शन होता है जो ज्यादातर चूहों पर रहने वाले संक्रमित टिक्स के जरिए इंसानों में फैलता है. WHO के मुताबिक ब्यूबोनिक प्लेग येर्सिनिया पेस्टिस बैक्टीरिया के कारण होता है. यह इंफेक्शन पिस्सू यानि टिक्स के कारण इंसानों में फैलता है. चूहों के अलावा यह इंफेक्शन गिलहरी और पालतू जानवर के फर्रों में होने वाली बैक्टीरिया से इंसानों में भी फैलता है.

ब्यूबोनिक प्लेग के लक्षण क्या हैं?

तेज बुखार

उल्टी आना

सिर दर्द

मांसपेशियों में दर्द

कमजोरी महसूस होना

ठंड लगना

क्लीवलैंड क्लिनिक की रिपोर्ट के मुताबिक यह इंफेक्शन कमर और गर्दन में होने वाली गांठें हो सकती है. जिससे मवाद निकलता है.

ब्यूबोनिक प्लेग से बचाव के तरीके

इस बीमारी से बचना है तो घर के पालतू जानवरों और उनके फर्रों के संपर्क आने से बचें.

घर के आसपास चूहे या गिलहरियां हैं तो उन्हें खाना खाने के लिए बाहर न छोड़ें. पालतू जानवर को खांसी है तो उन्हें तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.

बाहर घूमने वाले पालतू जानवरों को अपने बिस्तर पर सोने न दें.