बीमारियों से बचने के लिए हमारे घर के हर कोने को साफ-सुथरा और हाइजीनिक होना बहुत जरूरी है, खासकर टॉयलेट की साफ सफाई और यहां के हाइजीन को मेंटेन रखना बहुत जरूरी होता है. लेकिन अक्सर देखा जाता है कि लोग टॉयलेट सीट पर बैठकर ही फ्लश करते हैं या फिर टॉयलेट सीट का ढक्कन खुला रहता है तब फ्लश करते हैं. ऐसे में क्या ऐसा करना सही है या गलत? आइए हम आपको बताते हैं कि किस तरीके से आपको टॉयलेट में फ्लश करना चाहिए.
क्या कहती है रिसर्च
हाल ही में हुई एक रिसर्च के अनुसार जब आप टॉयलेट में फ्लश करते हैं, तो छोटे-छोटे वायरस के कण फर्श और टॉयलेट सीट के आसपास फैल जाते हैं, जिससे बैक्टीरिया तेजी से फैलते हैं और हमें नुकसान पहुंचा सकते हैं. इतना ही नहीं कई लोग टॉयलेट सीट पर बैठे हुए फोन का इस्तेमाल करते हैं और यहीं बैठे हुए ही फ्लश कर देते हैं, जिससे यह बैक्टीरिया आपके शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और हमें बीमार कर सकते हैं.
कैसे करें टॉयलेट का फ्लश
अब सवाल उठता है कि हम टॉयलेट जाते हैं तो हमें किस तरीके से फ्लश करना चाहिए, तो एक्सपर्ट्स के अनुसार जब भी आप टॉयलेट जाएं और आपको फ्लश करना हो, तो इसकी लिड को पहले बंद करें, उसके बाद फ्लश करें. ऐसा करने से बैक्टीरिया के प्रसार को काफी हद तक रोका जा सकता है.
टॉयलेट में बैक्टीरिया फैलने से रोकने के लिए नियमित रूप से टॉयलेट सीट और उसके आसपास की सफाई करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है. आप हर बार टॉयलेट के इस्तेमाल के बाद डिसइनफेक्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं और टॉयलेट से आने के बाद साबुन से अपने हाथ को धोएं.
अगर घर में किसी मेंबर को पेट दर्द, दस्त या यूरिन इंफेक्शन है, तो या तो उसके टॉयलेट को चेंज कर दें या फिर जब भी वह इंसान टॉयलेट जाए तो अच्छी तरह से सफाई करने के बाद ही दूसरा इंसान उस टॉयलेट का इस्तेमाल करें.
टॉयलेट में हाइजीन मेंटेन रखने के लिए टॉयलेट सीट और वॉश बेसिन को दूरी पर बनाएं. इसके अलावा बाथरूम में इस्तेमाल होने वाले टूथब्रश, ब्यूटी प्रोडक्ट्स, शैंपू, फेस वॉश को टॉयलेट सीट से दूर रखें, सबसे ज्यादा जरूरी की टॉयलेट में जाते समय कभी भी फोन का इस्तेमाल न करें.