स्ट्रेस हमारी जिंदगी का हिस्सा बन चुका है। रोजमर्रा की समस्याओं से तनाव होना एक सामान्य बात है, लेकिन जब तनाव की वजह से हमारी नींद पर असर पड़ने लगे, तो यह कोई सामान्य समस्या नहीं है। अच्छी सेहत के लिए पूरी नींद का होना बेहद जरूरी है, लेकिन तनाव या डिप्रेशन की वजह से अक्सर लोग अनिद्रा का शिकार हो जाते हैं। जब आपका मन किसी बात को लेकर तनाव में होता है, तो नींद बार-बार टूटती है, और सोने में कठिनाई होती है।
तनाव की वजह से गहरी नींद नहीं आ पाती है, और नींद पूरी न होने से आप कई स्वास्थ्य समस्याओं से घिर सकते हैं, जैसे मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, कब्ज, स्लीप डिसऑर्डर आदि। इन समस्याओं से बचने के लिए 7 से 8 घंटे की नींद जरूरी है। यदि तनाव की वजह से सोने में परेशानी हो रही है, तो यह कुछ आसान टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं:
1. लेबलिंग से बचें
कभी-कभी हम किसी शख्स को गुस्सैल कह देते हैं, जब वह किसी खास स्थिति में गुस्से में होता है। इससे स्ट्रेस बढ़ता है।
समाधान: दूसरे व्यक्ति से ताजगी के साथ संपर्क करें और उनके व्यवहार का आकलन बिना लेबल लगाए करें।
2. ओवरथिंकिंग
किसी बात पर ज्यादा सोचने से नींद में खलल आता है। कई बार तो घंटों तक बिस्तर पर करवटें बदलते रहते हैं।
समाधान: 15 से 30 मिनट के भीतर नींद आ जानी चाहिए। अगर 30 मिनट से ज्यादा समय लग रहा है तो बिस्तर से उठकर कुछ बोरिंग काम करें या किताब पढ़ें। ध्यान रखें, टीवी या मोबाइल से दूर रहें।
3. मल्टीटास्किंग
टीवी या मोबाइल देखते हुए खाना खाना या मोबाइल पर बात करते हुए गाड़ी चलाना, इनसे ध्यान बिखरता है और काम अधूरे रह जाते हैं।
समाधान: कोशिश करें कि एक बार में एक काम पर पूरा ध्यान दें। सोने से पहले अपने अधूरे कामों के बारे में डायरी में लिख लें और तय करें कि कल उन्हें पूरा करेंगे।
4. मोबाइल, लैपटॉप, और टीवी की लत
कभी-कभी हम मोबाइल पर कुछ ऐसा देख लेते हैं जो तनाव का कारण बनता है और नींद गायब हो जाती है।
समाधान: सोने से कम से कम 30 मिनट पहले स्क्रीन से दूर रहें, ताकि नींद बेहतर हो सके।
5. तकिया और बेड बदलना
कभी-कभी नए तकिए या बिस्तर की वजह से नींद में दिक्कत आती है।
समाधान: अगर आप कहीं यात्रा कर रहे हैं तो अपनी चादर और तकिए का कवर साथ ले जाएं, ताकि आपकी नींद में कोई विघ्न न आए।
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