फैटी लिवर से छुटकारा पाने के 5 आसान उपाय

फैटी लिवर एक ऐसी स्थिति है जिसमें लिवर में अत्यधिक फैट जमा हो जाता है, जिससे लिवर की कार्यप्रणाली पर असर पड़ता है। यदि इसे समय पर रोका न जाए, तो यह गंभीर बीमारियों, जैसे लिवर सिरोसिस, का कारण बन सकता है। भारत में यह बीमारी तेजी से बढ़ रही है, और रिपोर्ट्स के अनुसार, डायबिटीज, ओबेसिटी और शराब का अत्यधिक सेवन करने वाले लोगों में फैटी लिवर की समस्या अधिक पाई जाती है। आइए जानते हैं फैटी लिवर के संकेतों और उपचार के बारे में।

फैटी लिवर के शुरुआती संकेत

स्किन का पीला पड़ना – अगर लिवर ठीक से काम नहीं कर रहा है, तो जॉन्डिस हो सकता है, जिससे त्वचा और आंखें पीली दिखाई देती हैं। धीरे-धीरे यह पीलापन नाखूनों तक भी बढ़ सकता है।

मतली आना – लिवर की खराबी के कारण जी मिचलाना, उल्टी और घबराहट जैसी समस्याएं होती हैं। पेशाब में बदबू और मल का ढीला होना भी इसका संकेत है।

पेट में सूजन होना – लिवर में फैट बढ़ने से पेट में सूजन, दर्द और भारीपन महसूस हो सकता है। कभी-कभी पेट अधिक बड़ा दिखाई देता है, जबकि शरीर का वजन उतना नहीं बढ़ा होता।

नींद की समस्या – फैटी लिवर से पीड़ित लोग अक्सर आलसी महसूस करते हैं और नींद की समस्या का सामना करते हैं। इनमें किसी भी काम में मन नहीं लगता।

मेंटल हेल्थ समस्याएं – लिवर में खराबी होने पर मानसिक समस्याएं भी हो सकती हैं। इसमें सबसे सामान्य समस्या याददाश्त की होती है।

फैटी लिवर ठीक करने के लिए 5 असरदार उपाय

ग्रीन टी – यह एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होती है और लिवर को साफ रखने में मदद करती है।

हल्दी – हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो लिवर के सेल्स को डैमेज होने से बचाते हैं।

विटामिन-सी – नींबू और संतरे जैसे फल विटामिन-सी से भरपूर होते हैं, जो लिवर की सेहत के लिए लाभकारी होते हैं।

करेला – यह फैटी लिवर के रोगियों के लिए एक प्रभावी उपाय है।

साबुत अनाज – ओट्स, रागी, और बाजरा जैसे साबुत अनाज लिवर की समस्याओं में सहायक होते हैं क्योंकि ये फाइबर से भरपूर होते हैं।

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