देश में इस साल एक मार्च से 27 जुलाई के बीच लू और भीषण गर्मी से मौत के कुल 374 मामले सामने आए और संदिग्ध लू के 67,637 मामले दर्ज किए गए। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने शुक्रवार को लोकसभा को यह जानकारी दी।
उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) द्वारा राष्ट्रीय ग्रीष्म संबंधी रोग और मृत्यु निगरानी के तहत संकलित आंकड़े पेश किए जिनके अनुसार इस मामले में सबसे बुरी तरह प्रभावित उत्तर प्रदेश रहा जहां लू से 52 लोगों की मौत हुई।
आंकड़ों के अनुसार, बिहार में 37 लोगों की मृत्यु लू से हुई, वहीं ओडिशा में 26 तथा दिल्ली में 25 लोग लू का शिकार हुए। अनुप्रिया पटेल ने लिखित जवाब में कहा कि राज्य और केंद्रशासित प्रदेश 2023 से एकीकृत स्वास्थ्य सूचना पोर्टल पर लू के मामलों और उनसे मौत का विवरण दे रहे हैं।
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