18वें मुम्बई अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव में दिखाई गई बहुचर्चित डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म ‘द कमांडेट्स शैडो’, ‘एशियाई प्रीमिर को मिला जबर्दस्त प्रतिसाद

18वें मुम्बई अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म फ़ेस्टिवल (MIFF) में बहुचर्चित डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म ‘द कमांडेट्स शैडो’ का एशियाई प्रीमियर आयोजित किया गया जिसे लोगों का जबर्दस्त प्रतिसाद मिला। उल्लेखनीय है कि प्रीमियर के मौके पर डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म की‌ निर्देशक डेनिअला वोल्कर‌ समेत कई गणमान्य हस्तियां मौजूद थीं।

फ़िल्म के रेड कार्पेट पर फ़िल्मकार डेनिअला वॉकर, एक्ज़ीक्यूटिव प्रोड्यूसर और क्रिएटिव आंत्रप्र्योनर सजन राज कुरूप, को-एक्ज़ीक्यूटिव प्रोड्यूसर वेंडी रॉबिन्स और फ़ेस्टिवल डायरेक्टर, मैनेजिंग डायरेक्टर, एनएफडीसी प्रिथुल कुमार जैसी हस्तियां भी शामिल रहीं।

इस विशेष स्क्रीनिंग के अवसर पर ऐडमैन प्रहलाद कक्कड़, अभिनेता-निर्माता मासूमेह मखीजा, निर्माता सुचन्दा चटर्जी और शोना उर्वशी जैसे इंडस्ट्री के सदस्यों ने भी अपनी उपस्थित दर्ज कराई।

अमेरिका में बड़े पैमाने पर रिलीज़ की गयी इस डॉक्यूमेंट्री में ऑश्चविट्ज़ के कमांडो रूडोल्फ़ हॉस के बेटे हैन्स जार्गन हॉस अपने पिता की परेशान करने वाली विरासत को‌ उजागर करने फ़ैसला करता है। वह यह फ़ैसला कैम्प की यहूदी सरवाइवर अनीता लैश्कर वॉल्फ़िश से मिलने के बाद करता है।

80 साल बाद अनीता के लंदन स्थित आवास में होने वाली दोनों की इस मुलाकात में दोनों ही विरासत में प्राप्त अपनी अलग-अलग समस्याओं पर ग़ौर फ़रमाते हैं और दोनों प्रेम, ग्लानि और क्षमा‌ कर देने की भावना पर सवाल उठाते हैं। इस मीटिंग के दौरान अनीता लैश्कर वॉल्फ़िश की संतान – केई हॉस और माया लैश्कर‌ वॉल्फ़िश भी मौजूद होते हैं।