लोकसभा चुनाव के चार चरणों की वोटिंग समाप्त हो चुकी है. इस बीच उत्तर प्रदेश में लगातार नए राजनीतिक समीकरण बनते दिखाई दे रहे हैं. राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल खुलकर समाजवादी पार्टी के समर्थन में उतर गई है. कुंडा से विधायक राजा भैया के समर्थकों ने समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवारों का खुलकर प्रचार करना शुरू कर दिया है.
‘राजा भैया-अखिलेश यादव जिंदाबाद’
कौशांबी में सपा उम्मीदवार पुष्पेंद्र सरोज के सामने राजा भैया की पार्टी के नेताओं ने नारे लगाये. राजा भैया ने समर्थकों ने कहा, “राजा भैया-अखिलेश यादव जिंदाबाद जिंदाबाद.”
वर्तमान में उत्तर प्रदेश की राजनीतिक में उथल-पुथल मचा हुआ है. जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के समर्थकों ने शुक्रवार को सपा उम्मीदवार के लिए प्रचार किया तो वहीं गुरुवार (16 मई) को सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी राजा भैया लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि ये लड़ाई बड़ी है, जो लोग भी हमारा साथ देना चाहते हैं उनका स्वागत है.
राजा भैया ने कहा था- नहीं देंगे किसी को समर्थन
राजा भैया ने इस लोकसभा चुनाव को लेकर ऐलान किया है कि वह किसी भी राजनीतिक पार्टी को समर्थन नहीं देंगे. उत्तर प्रदेश के कौशांबी और प्रतापगढ़ लोकसभा सीटों पर राजा भैया का अच्छा प्रभाव है. बीते दिनों राजा भैया के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज गई थी, जब दिग्गज बीजेपी नेता संजीव बालियान और विनोद सोनकर उनसे मिलने उनके आवास पर पहुंचे थे.
विनोद सोनकर कौशांबी लोकसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. बेंगलुरु में गृहमंत्री अमित शाह ने राजा भैया से मुलाकात की थी, जिसके बाद कयास लगाने जाने लगे थे कि 12 मई को कुंडा के हीरागंज में केंद्रीय गृह मंत्री की रैली में राजा भैया पहुंच सकता हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ था. राजा भैया ने अपने समर्थकों से कहा कि जिस पार्टी को वोट देना हो दे देना, लेकिन नोटा का बटन मत दबाना.