यह एक आम धारणा है कि ब्राउन शुगर सफेद चीनी की तुलना में वजन बढ़ाने में कम योगदान करती है, लेकिन यह सच नहीं है।वास्तव में, दोनों प्रकार की चीनी में कैलोरी और शुगर की मात्रा लगभग समान होती है, इसलिए वजन बढ़ाने पर उनका प्रभाव भी समान होता है।आज हम आपको बताएँगे ब्राउन शुगर सेवन करके मोटापा से छुटकारा पा सकते या नहीं।
एक चम्मच ब्राउन शुगर में लगभग 50 कैलोरी और 12 ग्राम शुगर होती है, जो सफेद चीनी के बराबर ही है।
यह सच नहीं है कि ब्राउन शुगर मोटापा कम करने में मददगार है।
वास्तव में:
- ब्राउन शुगर और सफेद चीनी में लगभग समान कैलोरी होती है।
- एक चम्मच (12 ग्राम) ब्राउन शुगर में 58 कैलोरी होती है, जबकि एक चम्मच सफेद चीनी में 56 कैलोरी होती है।
- इसका मतलब है कि यदि आप वजन कम करना चाहते हैं, तो आपको ब्राउन शुगर का सेवन भी सीमित करना चाहिए।
हालांकि:
- ब्राउन शुगर में सफेद चीनी की तुलना में थोड़े अधिक पोषक तत्व होते हैं, जैसे कि आयरन, मैग्नीशियम और पोटेशियम।
- लेकिन, इन पोषक तत्वों की मात्रा इतनी कम होती है कि स्वास्थ्य पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं डालती है।
अस्थमा और ब्राउन शुगर:
कुछ अध्ययनों से पता चला है कि ब्राउन शुगर अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है।
इसका कारण यह माना जाता है कि:
- ब्राउन शुगर में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो वायुमार्ग में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
- यह एलर्जी के लक्षणों को भी कम करने में मदद कर सकती है जो अस्थमा के दौरे को ट्रिगर कर सकते हैं।
हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि:
- ये अध्ययन छोटे और प्रारंभिक हैं।
- अधिक शोध की आवश्यकता है यह पुष्टि करने के लिए कि ब्राउन शुगर वास्तव में अस्थमा के लिए फायदेमंद है या नहीं।
अस्थमा वाले लोगों के लिए:
- यदि आप ब्राउन शुगर का सेवन करना चाहते हैं, तो इसे कम मात्रा में करें।
- यह सफेद चीनी की तुलना में थोड़ा बेहतर विकल्प हो सकता है, लेकिन यह अभी भी चीनी है और इसका सेवन सीमित किया जाना चाहिए।
- अस्थमा को नियंत्रित करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का सेवन करें और अपनी जीवनशैली में बदलाव करें, जैसे कि धूम्रपान से बचना और नियमित रूप से व्यायाम करना।
यह सलाह दी जाती है कि आप किसी भी स्वास्थ्य संबंधी बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
वजन कम करने और अस्थमा को नियंत्रित करने के लिए:
- एक स्वस्थ और संतुलित आहार खाएं जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज, दुबला प्रोटीन और स्वस्थ वसा शामिल हों।
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- धूम्रपान से बचें।
- पर्याप्त नींद लें।
- तनाव को कम करें।
- अपने डॉक्टर द्वारा निर्धारित सभी दवाओं का सेवन करें।
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