कलौंजी का दूध सदियों से आयुर्वेद में एक अचूक औषधि माना जाता है। इसमें मौजूद औषधीय गुणों के कारण यह कई बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। आइए जानते हैं कलौंजी के दूध के फायदे और इसे बनाने का सही तरीका।
कलौंजी के दूध के फायदे
- पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है: कलौंजी का दूध पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और कब्ज, एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है।
- इम्यूनिटी बढ़ाता है: कलौंजी में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं और शरीर को संक्रमण से बचाते हैं।
- वजन घटाने में मददगार: कलौंजी का दूध मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है और वजन कम करने में मदद करता है।
- दिल के लिए फायदेमंद: कलौंजी का दूध कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और दिल की बीमारियों के खतरे को कम करता है।
- डायबिटीज को नियंत्रित करता है: कलौंजी का दूध ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद: कलौंजी का दूध त्वचा और बालों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
कलौंजी का दूध बनाने का तरीका
- सामग्री:
- 1 गिलास दूध
- 1/2 चम्मच कलौंजी के बीज
- 1 चुटकी दालचीनी पाउडर (वैकल्पिक)
- शहद (स्वादानुसार)
- विधि:
- एक पैन में दूध डालकर उबाल लें।
- उबलते हुए दूध में कलौंजी के बीज और दालचीनी पाउडर डालें।
- धीमी आंच पर 2-3 मिनट तक उबालें।
- गैस बंद कर दें और दूध को ठंडा होने दें।
- ठंडा होने के बाद इसमें शहद मिलाएं और इसे पी लें।
कलौंजी का दूध पीने का सही समय
- रोजाना सोने से पहले कलौंजी का दूध पीना सबसे अच्छा होता है।
- आप इसे सुबह खाली पेट भी पी सकते हैं।
सावधानियां
- अगर आपको किसी भी चीज से एलर्जी है तो कलौंजी का दूध पीने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को कलौंजी का दूध पीने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
ध्यान दें: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह के चिकित्सीय सलाह के रूप में नहीं लेना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा किसी डॉक्टर से सलाह लें।
कलौंजी का दूध कई बीमारियों के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसे नियमित रूप से पीने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
यह भी पढ़ें:-